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कंटेम्पररी इंडियन फ़िलॉसफ़ी

Author: राधाकृष्णन, एस.
मूईरहेड, जे.एच.

Editor: Radhakrishnan, S.
Muirhead, J.H.

Keywords: भारतीय दर्शन, भारत, सच, हिंदू दर्शन, आदर्शवाद

Publisher: जॉर्ज एलन एंड अनविन, लंदन

Description: ‘कंटेम्पररी इंडियन फ़िलॉसफ़ी’ निबंधों का एक संग्रह है जैसे कि, एक कलाकार का धर्म; भारत में हिंदू दर्शन; सक्रियता के सिद्धांत; दर्शन की अवधारणा; सामान्य ज्ञान अनुभववाद; दर्शन की प्रासंगिकता; एक आदर्शवादी का विश्वास; आत्म-विद्या; संदेह और विश्वास के माध्यम से सच की खोज; आश्रित उद्भव का दर्शन; ज्ञान, वास्तविकता और अज्ञात; यथार्थवादी आदर्शवाद; सच की समस्या; स्वतंत्रता, अधिकार और कल्पना; मूल्यों के उभरते सिद्धांत की रूपरेखा; ज्ञान के माध्यम से स्वतंत्रता; ज्ञान के आदर्शवादी सिद्धांत के लिए सुझाव; दर्शन की भावना; मनुष्य में आत्मा; आवक पूर्ण और परिमित स्वयं की सक्रियता; मेरे अपने विचार का विकास; द्वंद्वात्मक अद्वैतवाद; दर्शन में मनुष्य की रुचि: एक भारतीय दृष्टिकोण और व्यावहारिक आदर्शवाद।

Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार

Type: दुर्लभ पुस्तक

Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार


DC Field Value
dc.contributor.author राधाकृष्णन, एस.
मूईरहेड, जे.एच.
dc.contributor.editor Radhakrishnan, S.
Muirhead, J.H.
dc.date.accessioned 2017-05-01T14:36:41Z
2018-06-07T03:56:12Z
dc.date.available 2017-05-01T14:36:41Z
2018-06-07T03:56:12Z
dc.description ‘कंटेम्पररी इंडियन फ़िलॉसफ़ी’ निबंधों का एक संग्रह है जैसे कि, एक कलाकार का धर्म; भारत में हिंदू दर्शन; सक्रियता के सिद्धांत; दर्शन की अवधारणा; सामान्य ज्ञान अनुभववाद; दर्शन की प्रासंगिकता; एक आदर्शवादी का विश्वास; आत्म-विद्या; संदेह और विश्वास के माध्यम से सच की खोज; आश्रित उद्भव का दर्शन; ज्ञान, वास्तविकता और अज्ञात; यथार्थवादी आदर्शवाद; सच की समस्या; स्वतंत्रता, अधिकार और कल्पना; मूल्यों के उभरते सिद्धांत की रूपरेखा; ज्ञान के माध्यम से स्वतंत्रता; ज्ञान के आदर्शवादी सिद्धांत के लिए सुझाव; दर्शन की भावना; मनुष्य में आत्मा; आवक पूर्ण और परिमित स्वयं की सक्रियता; मेरे अपने विचार का विकास; द्वंद्वात्मक अद्वैतवाद; दर्शन में मनुष्य की रुचि: एक भारतीय दृष्टिकोण और व्यावहारिक आदर्शवाद।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 648p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉर्ज एलन एंड अनविन, लंदन
dc.relation.ispartofseries The Muirhead library of philosophy
dc.subject भारतीय दर्शन, भारत, सच, हिंदू दर्शन, आदर्शवाद
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1936
dc.identifier.accessionnumber AS-000228
dc.format.medium text
DC Field Value
dc.contributor.author राधाकृष्णन, एस.
मूईरहेड, जे.एच.
dc.contributor.editor Radhakrishnan, S.
Muirhead, J.H.
dc.date.accessioned 2017-05-01T14:36:41Z
2018-06-07T03:56:12Z
dc.date.available 2017-05-01T14:36:41Z
2018-06-07T03:56:12Z
dc.description ‘कंटेम्पररी इंडियन फ़िलॉसफ़ी’ निबंधों का एक संग्रह है जैसे कि, एक कलाकार का धर्म; भारत में हिंदू दर्शन; सक्रियता के सिद्धांत; दर्शन की अवधारणा; सामान्य ज्ञान अनुभववाद; दर्शन की प्रासंगिकता; एक आदर्शवादी का विश्वास; आत्म-विद्या; संदेह और विश्वास के माध्यम से सच की खोज; आश्रित उद्भव का दर्शन; ज्ञान, वास्तविकता और अज्ञात; यथार्थवादी आदर्शवाद; सच की समस्या; स्वतंत्रता, अधिकार और कल्पना; मूल्यों के उभरते सिद्धांत की रूपरेखा; ज्ञान के माध्यम से स्वतंत्रता; ज्ञान के आदर्शवादी सिद्धांत के लिए सुझाव; दर्शन की भावना; मनुष्य में आत्मा; आवक पूर्ण और परिमित स्वयं की सक्रियता; मेरे अपने विचार का विकास; द्वंद्वात्मक अद्वैतवाद; दर्शन में मनुष्य की रुचि: एक भारतीय दृष्टिकोण और व्यावहारिक आदर्शवाद।
dc.source केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
dc.format.extent 648p.
dc.format.mimetype application/pdf
dc.language.iso अंग्रेज़ी
dc.publisher जॉर्ज एलन एंड अनविन, लंदन
dc.relation.ispartofseries The Muirhead library of philosophy
dc.subject भारतीय दर्शन, भारत, सच, हिंदू दर्शन, आदर्शवाद
dc.type दुर्लभ पुस्तक
dc.date.copyright 1936
dc.identifier.accessionnumber AS-000228
dc.format.medium text