Author: अय्यर, आर. सत्यनाथ
Keywords: इतिहास, सभ्यताएँ, राजनीति, सरकार, मुसलमानी विजय
Publisher: ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस, मद्रास
Description: आर. सत्यनाथ अय्यर द्वारा लिखित, यह पुस्तक मदुरा के नायकों के विस्तृत इतिहास को सूचीबद्ध करती है। पुस्तक में लगभग पंद्रहवीं, सोलहवीं, सत्रहवीं शताब्दियों, और अठारहवीं शताब्दी के प्रथम तीसरे हिस्से के इतिहास को शामिल किया है, और यह दक्षिण भारत के विजयनगर साम्राज्य के सबसे अच्छे दिनों से लेकर कर्नाटक पर अंग्रेज़ी कब्जे की पूर्व संध्या तक के इतिहास को शामिल करती है। इस दौर में, चौदहवीं शताब्दी से शुरू होने वाले, हिंदू राज्यों के अस्तित्व को खतरे में डालने वाले, मुसलमानी आक्रमण और विजय के अग्रिम ज्वार के विरुद्ध दक्षिण भारत में हिंदू स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का सिलसिला जारी था।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अय्यर, आर. सत्यनाथ |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-23T07:45:58Z |
dc.date.available | 2018-07-23T07:45:58Z |
dc.description | आर. सत्यनाथ अय्यर द्वारा लिखित, यह पुस्तक मदुरा के नायकों के विस्तृत इतिहास को सूचीबद्ध करती है। पुस्तक में लगभग पंद्रहवीं, सोलहवीं, सत्रहवीं शताब्दियों, और अठारहवीं शताब्दी के प्रथम तीसरे हिस्से के इतिहास को शामिल किया है, और यह दक्षिण भारत के विजयनगर साम्राज्य के सबसे अच्छे दिनों से लेकर कर्नाटक पर अंग्रेज़ी कब्जे की पूर्व संध्या तक के इतिहास को शामिल करती है। इस दौर में, चौदहवीं शताब्दी से शुरू होने वाले, हिंदू राज्यों के अस्तित्व को खतरे में डालने वाले, मुसलमानी आक्रमण और विजय के अग्रिम ज्वार के विरुद्ध दक्षिण भारत में हिंदू स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का सिलसिला जारी था। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xiii, 403 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस, मद्रास |
dc.relation.ispartofseries | The Madras University Historical Series;II |
dc.subject | इतिहास, सभ्यताएँ, राजनीति, सरकार, मुसलमानी विजय |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1924 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002717 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | अय्यर, आर. सत्यनाथ |
dc.coverage.spatial | India |
dc.date.accessioned | 2018-07-23T07:45:58Z |
dc.date.available | 2018-07-23T07:45:58Z |
dc.description | आर. सत्यनाथ अय्यर द्वारा लिखित, यह पुस्तक मदुरा के नायकों के विस्तृत इतिहास को सूचीबद्ध करती है। पुस्तक में लगभग पंद्रहवीं, सोलहवीं, सत्रहवीं शताब्दियों, और अठारहवीं शताब्दी के प्रथम तीसरे हिस्से के इतिहास को शामिल किया है, और यह दक्षिण भारत के विजयनगर साम्राज्य के सबसे अच्छे दिनों से लेकर कर्नाटक पर अंग्रेज़ी कब्जे की पूर्व संध्या तक के इतिहास को शामिल करती है। इस दौर में, चौदहवीं शताब्दी से शुरू होने वाले, हिंदू राज्यों के अस्तित्व को खतरे में डालने वाले, मुसलमानी आक्रमण और विजय के अग्रिम ज्वार के विरुद्ध दक्षिण भारत में हिंदू स्वतंत्रता के लिए संघर्ष का सिलसिला जारी था। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | xiii, 403 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | ऑक्सफ़ोर्ड युनिवर्सिटी प्रेस, मद्रास |
dc.relation.ispartofseries | The Madras University Historical Series;II |
dc.subject | इतिहास, सभ्यताएँ, राजनीति, सरकार, मुसलमानी विजय |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1924 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-002717 |
dc.format.medium | text |