Author: गेट, इ.ए.
Keywords: असम, अहोम साम्राज्य, मुगल आक्रमण, पहाड़ी जनजातियाँ, मंगोल
Publisher: थैकर, स्पिंक, कलकत्ता
Description: यह पुस्तक गेट इ.ए. द्वारा लिखी गई थी। यह असम के इतिहास का प्रागैतिहासिक काल से लेकर मंगोलों के आक्रमण और, वर्तमान परिदृश्य में देखे जाने वाले, जनजातियों के अंतर्संबंधों के बारे में जीवंत वर्णन करती है। 13वीं शताब्दी के पहले भाग के अहोम साम्राज्य पर एक विस्तृत विवरण है और इसमें उनके पूर्वजों के साथ-साथ मुगल आक्रमण से उनकी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सफल प्रतिरोध का भी उल्लेख है। पुस्तक के परिशिष्ट ब्रिटिश शासन के संस्थापन और पहाड़ी जनजातियों के साथ उसके संबंधों के बारे में विवरण देते हैं।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | गेट, इ.ए. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T16:08:05Z |
dc.date.available | 2019-02-23T16:08:05Z |
dc.description | यह पुस्तक गेट इ.ए. द्वारा लिखी गई थी। यह असम के इतिहास का प्रागैतिहासिक काल से लेकर मंगोलों के आक्रमण और, वर्तमान परिदृश्य में देखे जाने वाले, जनजातियों के अंतर्संबंधों के बारे में जीवंत वर्णन करती है। 13वीं शताब्दी के पहले भाग के अहोम साम्राज्य पर एक विस्तृत विवरण है और इसमें उनके पूर्वजों के साथ-साथ मुगल आक्रमण से उनकी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सफल प्रतिरोध का भी उल्लेख है। पुस्तक के परिशिष्ट ब्रिटिश शासन के संस्थापन और पहाड़ी जनजातियों के साथ उसके संबंधों के बारे में विवरण देते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | vii, 383 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | थैकर, स्पिंक, कलकत्ता |
dc.subject | असम, अहोम साम्राज्य, मुगल आक्रमण, पहाड़ी जनजातियाँ, मंगोल |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1906 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004721 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | गेट, इ.ए. |
dc.date.accessioned | 2019-02-23T16:08:05Z |
dc.date.available | 2019-02-23T16:08:05Z |
dc.description | यह पुस्तक गेट इ.ए. द्वारा लिखी गई थी। यह असम के इतिहास का प्रागैतिहासिक काल से लेकर मंगोलों के आक्रमण और, वर्तमान परिदृश्य में देखे जाने वाले, जनजातियों के अंतर्संबंधों के बारे में जीवंत वर्णन करती है। 13वीं शताब्दी के पहले भाग के अहोम साम्राज्य पर एक विस्तृत विवरण है और इसमें उनके पूर्वजों के साथ-साथ मुगल आक्रमण से उनकी स्वतंत्रता की रक्षा के लिए सफल प्रतिरोध का भी उल्लेख है। पुस्तक के परिशिष्ट ब्रिटिश शासन के संस्थापन और पहाड़ी जनजातियों के साथ उसके संबंधों के बारे में विवरण देते हैं। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | vii, 383 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | थैकर, स्पिंक, कलकत्ता |
dc.subject | असम, अहोम साम्राज्य, मुगल आक्रमण, पहाड़ी जनजातियाँ, मंगोल |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1906 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004721 |
dc.format.medium | text |