Author: जॉन वनलाल हलुना
Keywords: ईसाई धर्म, ईसाई धर्म का इतिहास, उत्तर पूर्व, मिज़ोरम, मिज़ोरम में ईसाई धर्म
Publisher: मिज़ो हिस्ट्री असोसिएशन, आइज़ोल, मिज़ोरम
Description: यह पुस्तक मिज़ोरम में राजनीतिक घटनाक्रम पर ईसाई धर्म के प्रभाव का अध्ययन करती है। यह उत्तर-पूर्व में ईसाई धर्म के इतिहास का अनुरेखण करती है और शैक्षिक विकास, लोक चेतना के विकास और प्रगति में इसके योगदान की जाँच करती है। लेखकों ने महसूस किया कि ईसाई धर्म ने उत्तर-पूर्व क्षेत्र के आधुनिकीकरण में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी लेकिन हाल के वर्षों (इस पुस्तक के प्रकाशन से पहले) धार्मिक उथल-पुथल हुई थी। अतः लेखकों ने किसी भी अशांति को मिटाने के लिए गहन शोध का विकल्प चुना। यह पुस्तक उनका वांछित उत्पाद है।
Source: राज्य केंद्रीय पुस्तकालय, आइज़ोल, मिज़ोरम
Type: पुस्तक
Received From: मिज़ोरम राज्य पुस्तकालय
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जॉन वनलाल हलुना |
dc.date.accessioned | 2019-11-16T17:36:17Z |
dc.date.available | 2019-11-16T17:36:17Z |
dc.description | यह पुस्तक मिज़ोरम में राजनीतिक घटनाक्रम पर ईसाई धर्म के प्रभाव का अध्ययन करती है। यह उत्तर-पूर्व में ईसाई धर्म के इतिहास का अनुरेखण करती है और शैक्षिक विकास, लोक चेतना के विकास और प्रगति में इसके योगदान की जाँच करती है। लेखकों ने महसूस किया कि ईसाई धर्म ने उत्तर-पूर्व क्षेत्र के आधुनिकीकरण में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी लेकिन हाल के वर्षों (इस पुस्तक के प्रकाशन से पहले) धार्मिक उथल-पुथल हुई थी। अतः लेखकों ने किसी भी अशांति को मिटाने के लिए गहन शोध का विकल्प चुना। यह पुस्तक उनका वांछित उत्पाद है। |
dc.source | राज्य केंद्रीय पुस्तकालय, आइज़ोल, मिज़ोरम |
dc.format.extent | ix, 197 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मिज़ो हिस्ट्री असोसिएशन, आइज़ोल, मिज़ोरम |
dc.subject | ईसाई धर्म, ईसाई धर्म का इतिहास, उत्तर पूर्व, मिज़ोरम, मिज़ोरम में ईसाई धर्म |
dc.type | पुस्तक |
dc.date.copyright | 1985 |
dc.identifier.accessionnumber | 17973 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | जॉन वनलाल हलुना |
dc.date.accessioned | 2019-11-16T17:36:17Z |
dc.date.available | 2019-11-16T17:36:17Z |
dc.description | यह पुस्तक मिज़ोरम में राजनीतिक घटनाक्रम पर ईसाई धर्म के प्रभाव का अध्ययन करती है। यह उत्तर-पूर्व में ईसाई धर्म के इतिहास का अनुरेखण करती है और शैक्षिक विकास, लोक चेतना के विकास और प्रगति में इसके योगदान की जाँच करती है। लेखकों ने महसूस किया कि ईसाई धर्म ने उत्तर-पूर्व क्षेत्र के आधुनिकीकरण में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी लेकिन हाल के वर्षों (इस पुस्तक के प्रकाशन से पहले) धार्मिक उथल-पुथल हुई थी। अतः लेखकों ने किसी भी अशांति को मिटाने के लिए गहन शोध का विकल्प चुना। यह पुस्तक उनका वांछित उत्पाद है। |
dc.source | राज्य केंद्रीय पुस्तकालय, आइज़ोल, मिज़ोरम |
dc.format.extent | ix, 197 p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | मिज़ो हिस्ट्री असोसिएशन, आइज़ोल, मिज़ोरम |
dc.subject | ईसाई धर्म, ईसाई धर्म का इतिहास, उत्तर पूर्व, मिज़ोरम, मिज़ोरम में ईसाई धर्म |
dc.type | पुस्तक |
dc.date.copyright | 1985 |
dc.identifier.accessionnumber | 17973 |
dc.format.medium | text |