Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

किलों के प्रकार

भारतीय उपमहाद्वीप किलों से भरा हुआ है। इन किलों का निर्माण न केवल उस इलाके से प्रभावित था जिसमें वे स्थित थे, बल्कि उन्हें बनाने वाले शासक वर्गों की संस्कृति और सौंदर्य संबंधी संवेदनाओं से भी प्रभावित था। हमारे देश के परिदृश्य की अविश्वसनीय विविधता के साथ-साथ हमारी बहुआयामी राजनीतिक और सांस्कृतिक विरासत को देखते हुए, कोई भी आसानी से यहाँ मौजूद किलों में विविधता के विस्तार एवं उसकी हदों का अनुमान लगा सकता है। नीचे कुछ व्यापक विभाजन दिए गए हैं जो भारत के किलों की बुनियादी समझ रखने में हमारी मदद कर सकते हैं।

भारतीय इतिहास के प्राचीन काल से संबंधित एक राजनीतिक और प्रशासनिक ग्रंथ, अर्थशास्त्र, में किलों का उनके भौतिक स्वरूप के अनुसार वर्गीकरण का उल्लेख किया गया है। इस वर्गीकरण को अति उत्कृष्ट विभाजन माना जाता है, जो आज भी भारतीय उपमहाद्वीप में किलों की समझ में काफ़ी प्रमुख भूमिका निभाता है। इस मानक विभाजन के अधिमूल्यन को अक्सर भारत में किलों के अध्ययन का प्रारंभिक बिंदु माना जाता है। यह विभाजन इस प्रकार है:

धन्व दुर्ग या रेगिस्तान का किला : इस प्रकार का किला एक रेगिस्तान या शुष्क भूमि से घिरा होता है जो दुश्मनों की तेज गति को रोक सकता है।

jais

उदाहरण: राजस्थान का जैसलमेर किला भारत के महान थार रेगिस्तान के केंद्र में स्थित है। (छवि के साथ)

माही दुर्ग या मिट्टी का किला: इस प्रकार का किला मिट्टी की दीवारों और प्राचीर से सुरक्षित होता है। ईंटों और पत्थरों से बनी दीवारें भी इस श्रेणी में आ सकती हैं।

जल दुर्ग या जल किला: इस प्रकार का किला जल निकायों से घिरा हुआ होता है जो या तो प्राकृतिक (समुद्र या नदियाँ) या कृत्रिम (खंदक, कृत्रिम झील, आदि) जल निकाय भी हो सकते हैं।

FEATURES

उदाहरण: महाराष्ट्र का मुरुड जंजीरा किला चारों तरफ से अरब सागर से घिरा हुआ है। (छवि के साथ)

गिरि दुर्ग या पहाड़ी किला: इस प्रकार का किला या तो किसी पहाड़ी के शिखर पर स्थित होता है या फिर पहाड़ियों से घिरी घाटी में स्थित होता है।

chi

उदाहरण: 180 मीटर ऊँची पहाड़ी पर स्थित, राजस्थान का चित्तौड़गढ़ किला राज्य का सबसे बड़ा पहाड़ी किला है। (छवि के साथ)

वृक्ष या वन दुर्ग, या वन किला : इस प्रकार के किले में रक्षा की प्रारंभिक रेखा के रूप में एक घना जंगल होता है।

kali

उदाहरण: उत्तर प्रदेश का कालिंजर किला घने जंगलों से घिरा हुआ है। (छवि के साथ)

नर दुर्ग या सैनिकों द्वारा संरक्षित किला : इस प्रकार का किला मुख्य रूप से मानव-शक्ति, यानी अपनी रक्षा के लिए एक मजबूत सेना पर निर्भर करता है।

कई बार, भारत के किले इन श्रेणियों के संयोजन को प्रदर्शित करते हैं। उदाहरण के लिए, जैसलमेर का किला रेगिस्तानी किला होने के साथ-साथ एक पहाड़ी किला भी है। कालिंजर किला एक गिरि दुर्ग के साथ-साथ एक वन दुर्ग भी है।

gar

राजस्थान का गागरौन किला एक जल दुर्ग और एक पहाड़ी किले की विशेषताओं का संयोजन है। (छवि के साथ)

यद्यपि यह वर्गीकरण प्राचीन काल का है और एक पारंपरिक समूहीकरण है, फिर भी यह भारत के किलों को समझने में काफ़ी मूल्यवान है क्योंकि यह भारतीय उपमहाद्वीप की स्थलाकृति की अंतर्निहित समझ पर आधारित है।

मुख्य रूप से किलों के स्थलों की स्थलाकृति पर आधारित इस पारंपरिक समूह के अलावा, भारत के किलों को उपयोगिता पर आधारित श्रेणियों के अंतर्गत भी रखा जा सकता है।

महल किले (पैलेस फोर्ट)

किले के परिसरों में अक्सर शाही परिवार और कुलीनों के महल या आवास शामिल होते हैं। कभी-कभी, एक किला राजधानी हस्तांतरण, साम्राज्य की सीमाओं में परिवर्तन, आदि, सहित कई कारणों से एक सक्रिय सैन्य चौकी के रूप में काम नहीं करता है तथा एक प्रशासनिक और आवासीय केंद्र का प्राथमिक चरित्र प्राप्त कर लेता है। वहीं कभी-कभी, किले सामरिक सैन्य स्थलियों के साथ-साथ आवासीय केंद्रों, दोनों के रूप में कार्य कर सकते हैं। कई भारतीय किलों में खूबसूरत महल होते हैं जो महान वास्तुशिल्पीय भव्यता का प्रदर्शन करते हैं।

amer

उदाहरण: राजस्थान के आमेर किले को आमेर महल (पैलेस) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इस किले के परिसर में शानदार नागरिक संरचनाएँ और आवासीय महल शामिल हैं। (छवि के साथ)

chand

उदाहरण: आंध्र प्रदेश के चंद्रगिरि किला परिसर में एक सुंदर शाही महल है जिसे राजा महल के नाम से जाना जाता है। (छवि के साथ)

शहरी किले

जब किले बनाए जाते हैं, तो वे अक्सर दूर-दराज के क्षेत्रों की आबादी को आकर्षित करते हैं और अपने आसपास एक सामाजिक अर्थव्यवस्था विकसित कर लेते हैं। इसके परिणामस्वरूप किलों के आस-पास पूरे शहर बस जाते हैं। अन्य उदाहरणों में, पहले से मौजूद शहरों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए किलेबंदी और रक्षात्मक दीवारों से घेर दिया जाता था। इस तरह के परिसरों में अक्सर वहाँ के लोगों को युद्ध से सुरक्षित एवं जीवित रखने के लिए विद्यालय, पूजा के क्षेत्र, आवासीय मुहल्ले, महल और कृषि प्रधान खेत शामिल होते थे।

ff

उदाहरण: फ़िरोज़ शाह तुगलक ने 14वीं शताब्दी के मध्य में दिल्ली की किलेबंद राजधानी फ़िरोज़ाबाद की स्थापना की थी। आज यह फ़िरोज़ शाह कोटला परिसर में शामिल है। कोटला का शाब्दिक अर्थ है किला या गढ़।

dasd

अंग्रेज़ी ईस्ट इंडिया कंपनी ने सुतनती, कालीकाता और गोविंदपुर नामक तीन गाँवों की ज़मीनदारी हासिल करके फ़ोर्ट विलियम का निर्माण किया। कई व्यापारियों और सेठों द्वारा, यहाँ पाए जाने वाले नए अवसरों के कारण, इसकी ओर आर्कर्षित होने पर, ये गाँव कलकत्ता शहर में विकसित हो गए।

व्यापारिक किले

किलों का निर्माण वाणिज्यिक और वित्तीय गतिविधियों के केंद्र के रूप में भी किया गया था। कभी-कभी, गोदाम या व्यापार संपर्क के रूप में स्थापित कोई कारखाना सामरिक महत्व प्राप्त कर लेता था और फिर इसकी सुरक्षा के लिए इसे दृढ़ीकृत कर दिया जाता था। भारत में यूरोपीय शक्तियों द्वारा निर्मित किले इस प्रकार के किलों के उत्कृष्ट उदाहरण हैं।

st

उदाहरण: अंग्रेज़ो ने मद्रास में अपने कारखाने की किलेबंदी की, जो प्रसिद्ध सेंट जॉर्ज किले के रूप में विकसित हुआ। यह संपूर्ण दक्षिणी भारतीय क्षेत्र के लिए उनका मुख्यालय बन गया था।