Type: तत् वाद्य
"सुरसिंगार हाथी दाँत और लकड़ी से बना एक तार वाद्य यंत्र है। यह पारंपरिक वाद्य यंत्र उत्तर भारत के अनेक हिस्सों में पाया जाता है। उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीतकारों द्वारा एकल प्रदर्शन के लिए संगीत समारोह वाद्य यंत्र के रूप में मुख्यत: उपयोग किया जाता है।"
Material: लकड़ी, हाथी दाँत
“एक खींचकर बजाए जाने वाला वाद्य यंत्र। नाद पेटी और अंगुलिपटल (दाँडी) लकड़ी के एक कुंदे को खोखला करके बनाए जाते हैं। खूँटी धानी एक पक्षी आकृति में उकेरी जाती है। हाथी दाँत से बने चौड़े सपाट घुड़च पर छह मुख्य तार और दो ड्रोन तार लगे होते हैं। नाद पेटी एक पतले लकड़ी के तख्ते से ढकी होती है। चौड़े अंगुलिपटल (दाँडी) पर बिजली-मुलम्मा चढ़ी धातु की चादर रखी जाती है। तूमड़ी से बना एक अतिरिक्त अनुनादक होता है। मिजराव द्वारा बजाया जाता है। उत्तर भारतीय शास्त्रीय संगीतकारों द्वारा एकल प्रदर्शन के लिए संगीत समारोह वाद्य यंत्र के रूप में उपयोग किया जाता है।"