Type: तत् वाद्य
“सारंगा लकड़ी, इस्पात, घोड़े के बाल और आँत से निर्मित एक तार वाद्य यंत्र है। यह लोक वाद्य यंत्र जम्मू और कश्मीर में पाया जाता है। मुख्य रूप से जम्मू और कश्मीर के 'जोगी' और 'हरदी' समुदाय द्वारा उपयोग किया जाता है।“
Material: लकड़ी, इस्पात, आँत, घोड़े के बाल
“ख़ुश्क अनुनादक के साथ लकड़ी से निर्मित एक आयताकार ढाँचे वाला धनुर्वाद्य। इसमें तीन बजाने वाले तार होते हैं जिसमें से इस्पात का एक मुड़ा हुआ तार और दो आँत से निर्मित तार होते हैं, तेरह अनुकंपी तार होते हैं। वाद्य यंत्र को बजाते वक़्त सीधा रखा जाता है, अनुनादक को गोद में और नली को वाद्य यंत्र वादक के बाएँ कंधे पर रखा जाता है। इस वाद्य यंत्र को घोड़े के बाल से बने गज से बजाया जाता है। यह जम्मू और कश्मीर के 'जोगी' और 'हरदी' समुदाय द्वारा उपयोग में लाया जाता है।“