Type: सुषिर वाद्य
“तंगमुरी धातु और लकड़ी से निर्मित एक वायु वाद्य यंत्र है। यह लोक वाद्य यंत्र मेघालय में पाया जाता है। मुख्य रूप से जयंतिया पहाड़ियों की खासी जनजाति और आस-पास के पड़ोसी क्षेत्रों में "का शद नोंगक्रेम" नामक धार्मिक नृत्य में उपयोग किया जाता है।“
Material: लकड़ी, धातु
“यह वाद्य यंत्र तीन भागों में बनता है: सात छिद्र वाली लकड़ी की नली, एकल लकड़ी के कुंदे से बनी एक शंक्वाकार घंटी और स्थानीय रूप से उपलब्ध घास की कंपिका वाला मुखनाल। कंपिका का संकीर्ण छोर छोटी पतली धातु नली के भीतर स्थित किया जाता है और इसे लकड़ी की मुख्य नली में डाला जाता है। इसे दोनों हाथों से पकड़कर कंपिका के माध्यम से फूँका जाता है। इस वाद्य यंत्र को जयंतिया पहाड़ियों की खासी जनजाति और उसके पड़ोसी क्षेत्रों के "का शद नोंगक्रेम" नामक धार्मिक नृत्य में उपयोग किया जाता है।"