Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

मीएंग

Type: घन वाद्य

मीएंग बाँस का बना हुआ ठोस वाद्य यंत्र है। यह जनजातीय वाद्य यंत्र मेघालय में पाया जाता है। यह यहूदी वीणा (यहूदी हार्प) से मिलता-जुलता है, और मुख्य रूप से मेघालय और उसके पड़ोसी क्षेत्रों के चरवाहों और गड़ेरियों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है।



मेघालय में मीएंग

Material: बाँस

बाँस की बनी हुई यहूदी वीणा (यहूदी हार्प)। इसमें हिलता हुआ जीभ नुमा टुकड़ा बीच में काटकर बनाया जाता है। इसे बजाने के लिए इसे होठों के बीच मजबूती से पकड़ा जाता है और उँगलियों से एक तरफ खींचा जाता है। इसमें मुख अनुनादक की तरह कार्य करता है। मेघालय और उसके पड़ोसी क्षेत्रों के चरवाहों और गड़ेरियों द्वारा इसका उपयोग किया जाता है।