Sorry, you need to enable JavaScript to visit this website.

मिथक भंग

Domain:पारंपरिक शिल्पकारिता

State: मध्य प्रदेश

Description:

यह वीडियो डिंडोरी और बालाघाट, मंडला, मध्य प्रदेश की अगरिया जनजाति पर एक प्रलेखन है। अगरिया, लोहा गलाने वालों के समुदाय होते हैं, जिनके लिए कहा जाता है कि वे अग्नि से जन्में हैं। उनकी किंवदंती के अनुसार वहाँ एक बार लोहारिपुर नामक लौह शहर हुआ करता था जो कि वर्तमान अगरिया के पौराणिक पूर्वजों, बारह अगरिया भाइयों द्वारा शासित किया गया था। वैदिक ईश्वर सूर्य द्वारा इस शहर पर विजय प्राप्त की गई और अगरिया राज्य को ध्वस्त कर दिया गया। तब से ही कहा जाता है कि अगरिया अपने घरों से वंचित हैं और धरती पर भटक रहे हैं। यह फ़िल्म उनके जीवन की काव्यात्मकता पर आधुनिकीकरण के हस्तक्षेप के कारण तेज़ी से ख़त्म होती अगरियाओं की जीवन शैली दर्शाती है। मंडला के डगोना गाँव का शिवरात्रि मेला इस फ़िल्म का मुख्य केंद्रबिंदु है, जहाँ कई जनजातीय समूह अपनी जनजातीय जीवन शैली के आख़िरी अवशेषों को मनाने के लिए एकजुट होते हैं।