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हिमाचल प्रदेश के गद्दी: पशुपालन

Domain:सामाजिक प्रथाएँ, अनुष्ठान एवं उत्सवी कार्यक्रम

State: हिमाचल प्रदेश

Description:

यह वीडियो हिमाचल प्रदेश के पशुपालक गद्दी जनजाति के जीवनदर्शन पर प्रलेखन है। वे हिमालय के उच्च स्थानों पर निवास करते हैं और अपना जीवन निर्वाह भेड़ पालन करके करते हैं। वर्ष के अधिकतर समय मे वह पशुधन के मौसमी स्थानान्तरण या पशुधन को लेकर एक चारागाह से दूसरे चारागाह तक घूमते रहते हैं। ग्रीष्म माह में गद्दी अपनी भेड़ बकरियों के साथ चौदह हज़ार फुट की ऊंचाई पर स्थित चारागाह पर जाते हैं। गद्दी अपने पशुधन को चराने के लिए लंबी दूरी की यात्राएँ करते हैं और निकलने से पहले मार्ग निर्धारित करते हैं। इन परंपरागत मार्गों का कई सौ सालों से उपयोग किया जाता रहा है। वे अपनी यात्रा में खड़ी ढलानों, हिमखण्डों और दर्रों से होकर गुजरते हैं। गद्दी, भगवान शिव के अनुयायी होते हैं और कैलाश पर्वत, उनके लिए दोनों, आध्यात्मिक और भौतिक, प्रतीक है। चरवाहों के लौटने पर, भरमौर के चौरासी मंदिर में सात दिन की भरमौर यात्रा मनाई जाती है।