Domain:सामाजिक प्रथाएँ, अनुष्ठान एवं उत्सवी कार्यक्रम
State: उड़ीसा
Description:
मनबासा गुरुबाड़ा देवी लक्ष्मी के सम्मान में मार्गशीर्ष (नवंबर-दिसंबर) के प्रत्येक गुरुवार को किया जाने वाला अनुष्ठान है। १६वीं शताब्दी के कवि बलराम दास का लक्ष्मीपुराण इस अवसर पर पढ़ा जाता है, जो परिवार की शांति, प्रगति और खुशी के केंद्र के रूप में हर लिहाज से महिलाओं के स्थान को गौरवान्वित करने और छुआछूत जैसी बुरी प्रथाओं की निंदा करने वाली कहानी बताता है। उड़ीसा की महिलाओं द्वारा मुख्य रूप से किए जाने वाले इस अनुष्ठान में चिट्टा नामक चावल के आटे के पैटर्न बनाना और देवी के उस रूप की पूजा करना सम्मिलित है, जो काटी हुई धान से लबालब मन नामक बांस के बर्तन का उपयोग करके महिलाओं द्वारा ढाला जाता है, और आंखों और नाक को चंदन, हल्दी और सिंदूर के साथ चिह्नित किया जाता है।