Domain:प्रदर्शन कला
State: पश्चिम बंगाल
Description:
यह वीडियो बंगाल की सामाजिक-सांस्कृतिक और धार्मिक इतिहास पर सोलहवीं शताब्दी के भक्ति संत चैतन्य महाप्रभु के सांस्कृतिक एवं धार्मिक प्रभाव पर प्रस्तुतीकरण है। यह फ़िल्म त्रिपुरा के एक छोटे गाँव पश्चिम नालचर के नबोदय गीतिनाट्य द्वारा प्रस्तुत एक नाटक के द्वारा चैतन्य के निमाई (नीम वृक्ष के नीचे जन्मे) से महाप्रभु के रूपांतरण को दर्शाती है। इस गाँव में, जो कि बड़ी संख्या में बंगालियों से बसा हुआ है, चैतन्य महाप्रभु के नाटक, निमाई संन्यास, का बड़े मनोभाव के साथ अभिनय किया जाता है। एक छोटे अहाते में गाँववासी बड़ी संख्या में नाटक को देखने के लिए एकत्रित होते हैं। अभिनेता और संगीतकार सभी स्थानीय समुदायों से संबंध रखते है और रात्रि भर चलने वाले नाटक का मंचन अति उत्साह के साथ करते हैं। गाँववासी अधिकतर निर्धन कारीगर और श्रमिक श्रेणी के होते हैं और उनके लिए यह सिर्फ नाट्य दर्शन का विषय नहीं है बल्कि उनके लिए यह स्वयं में एक गहरे आध्यात्मिक अनुभव का विषय है।