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जुड़वें कला-कौशल की कथा

Domain:प्रदर्शन कला

State: उड़ीसा

Description:

यह वीडियो ओडिशा के गोटीपुआ नृत्य और पट्टचित्र नामक जुड़वीं कलाओं का वृत्त चित्र  है। गोटीपुआ ओडिशा की पारंपरिक नृत्य शैली है जो महिला पोशाक पहने हुए युवा लड़कों द्वारा की जाती है। यह नृत्य भगवान जगन्नाथ और भगवन कृष्ण के सम्मान में किया जाता है। इस नृत्य में तीव्र शारीरिक कौशल और गहन धार्मिक भावों का मेल है। लड़कों को बचपन से ही गाँवों से लाकर इस कला शैली में प्रशिक्षण दिया जाता है। नृत्य विद्यालय पुरी जिले में मुख्यतः तीन जगहों पर स्थित हैं: रघुराजपुर, बिबिरिसेना और कोणार्क। पट्टचित्र कला या कपड़े पर की जाने वाली चित्रकला ओडिशा की पारंपरिक कला शैली है और इसकी सबसे बढ़िया कृतियाँ रघुराजपुर गाँव में मिलती हैं। इन चित्रों में हिंदू पुराणों की कहानियाँ दिखाई जाती हैं जिनकी विशेष केंद्रबिंदु भगवान जगन्नाथ और कृष्ण लीला की कहानियाँ होती हैं। रघुराजपुर में लोग, या तो अपने मन से या किसी विवशता के कारण,  या तो पट्टचित्र की कला या गोटीपुआ को चुनते हैं।