Author: मेहता, फ़तेह लाल
Keywords: इतिहास, भूगोल, उदयपुर, हस्त पुस्तिका, महल
Publisher: टाइम्स ऑफ़ इंडिया स्टीम प्रेस, बॉम्बे
Description: फ़तेह लाल मेहता द्वारा लिखित, यह पुस्तक ख़ूबसूरत शहर उदयपुर और इसके परिप्रदेश के लिए प्रथम मार्गदर्शिका या हस्त पुस्तिका है। यह पुस्तिका यात्रियों के हित में लिखी गई थी और स्थानों के विषय में सरलता से समझाने के उद्देश्य से लेखक ने पुस्तक के अंत में मेवाड़ पर भौगोलिक और ऐतिहासिक लेख भी शामिल किए हैं। पुस्तक में चित्तौड़ के किले, महाराजा के महल, पिछोला झील, और यहाँ के अन्य महलों, अहर गाँव और शाही श्मशानघाट, के बारे में भी बहुत विस्तार से चर्चा की गई है।
Source: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
Type: दुर्लभ पुस्तक
Received From: केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मेहता, फ़तेह लाल |
dc.date.accessioned | 2017-06-08T08:40:14Z 2018-06-07T03:40:23Z |
dc.date.available | 2017-06-08T08:40:14Z 2018-06-07T03:40:23Z |
dc.description | फ़तेह लाल मेहता द्वारा लिखित, यह पुस्तक ख़ूबसूरत शहर उदयपुर और इसके परिप्रदेश के लिए प्रथम मार्गदर्शिका या हस्त पुस्तिका है। यह पुस्तिका यात्रियों के हित में लिखी गई थी और स्थानों के विषय में सरलता से समझाने के उद्देश्य से लेखक ने पुस्तक के अंत में मेवाड़ पर भौगोलिक और ऐतिहासिक लेख भी शामिल किए हैं। पुस्तक में चित्तौड़ के किले, महाराजा के महल, पिछोला झील, और यहाँ के अन्य महलों, अहर गाँव और शाही श्मशानघाट, के बारे में भी बहुत विस्तार से चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ii, 50p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | टाइम्स ऑफ़ इंडिया स्टीम प्रेस, बॉम्बे |
dc.subject | इतिहास, भूगोल, उदयपुर, हस्त पुस्तिका, महल |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1888 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004306 |
dc.format.medium | text |
DC Field | Value |
dc.contributor.author | मेहता, फ़तेह लाल |
dc.date.accessioned | 2017-06-08T08:40:14Z 2018-06-07T03:40:23Z |
dc.date.available | 2017-06-08T08:40:14Z 2018-06-07T03:40:23Z |
dc.description | फ़तेह लाल मेहता द्वारा लिखित, यह पुस्तक ख़ूबसूरत शहर उदयपुर और इसके परिप्रदेश के लिए प्रथम मार्गदर्शिका या हस्त पुस्तिका है। यह पुस्तिका यात्रियों के हित में लिखी गई थी और स्थानों के विषय में सरलता से समझाने के उद्देश्य से लेखक ने पुस्तक के अंत में मेवाड़ पर भौगोलिक और ऐतिहासिक लेख भी शामिल किए हैं। पुस्तक में चित्तौड़ के किले, महाराजा के महल, पिछोला झील, और यहाँ के अन्य महलों, अहर गाँव और शाही श्मशानघाट, के बारे में भी बहुत विस्तार से चर्चा की गई है। |
dc.source | केंद्रीय सचिवालय ग्रंथागार |
dc.format.extent | ii, 50p. |
dc.format.mimetype | application/pdf |
dc.language.iso | अंग्रेज़ी |
dc.publisher | टाइम्स ऑफ़ इंडिया स्टीम प्रेस, बॉम्बे |
dc.subject | इतिहास, भूगोल, उदयपुर, हस्त पुस्तिका, महल |
dc.type | दुर्लभ पुस्तक |
dc.date.copyright | 1888 |
dc.identifier.accessionnumber | AS-004306 |
dc.format.medium | text |