Type: तत् वाद्य
सितार लकड़ी और इस्पात से बना एक तार वाद्य यंत्र है। यह लोक वाद्य यंत्र जम्मू और कश्मीर में पाया जाता है। यह मुख्य रूप से कश्मीर के लोक, पारंपरिक, तथा धार्मिक संगीत, जैसे सूफ़ीयाना क़लाम और अन्य संगीत में उपयोग होता है।
Material: लकड़ी, इस्पात
यह सारिकायुक्त तथा लंबाकार ढाँचे से युक्त वीणा का खींचकर बजाया जाने वाला रूप है। इसमें एक लंबा अंगुलिपटल (दाँडी), एक आयताकार खूँटी धानी, और एक नाशपाती के आकार का खोखला अनुनादक होता है, और ये सब लकड़ी से बना होता है। अनुनादक लकड़ी के पटल से ढका होता है। लंबे पतले अंगुलिपटल (दाँडी) पर आँत से बनी सात सारिकाएँ लगी होती हैं। इसमें इस्पात के सात तार होते हैं। यह कश्मीर के लोक, पारंपरिक, तथा धार्मिक संगीत, जैसे सूफ़ीयाना क़लाम और अन्य में उपयोग होता है।