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सुरनाई

Type: सुषिर वाद्य

सुरनाई लकड़ी और धातु से बना एक वायु वाद्य यंत्र है। यह धार्मिक वाद्य यंत्र हिमाचल प्रदेश में पाया जाता है। शुभ, सामाजिक और धार्मिक समारोहों में मुख्यत: उपयोग किया जाता है।



हिमाचल प्रदेश में सुरनाई

Material: लकड़ी, धातु

एक लकड़ी की नली जिसमें एक सीधा छिद्र और कीप के आकार की घंटी होती है। सात उंगली के छिद्र और एक अंगूठे का छिद्र होता है। दोहरी कंपिका के साथ धातु की टोंटी होती है। शुभ, सामाजिक और धार्मिक समारोहों में उपयोग किया जाता है।

जम्मू और कश्मीर में सुरनाई

Material: लकड़ी

सुरनाई दो शब्दों सुर और नई का संयोजन है, सुर का अर्थ संगीत सुर और नाई का अर्थ बाँसुरी है। एक वायु वाद्य यंत्र, निचले हिस्से में घंटी के आकार के मुँह के साथ १८ इंच लंबी एक लकड़ी की नली होती है। इसमें सात निर्गम छिद्र और एक बजाने वाला छिद्र होता है। यह वाद्य यंत्र खोखली लकड़ी के टुकड़े में छिद्र करके बनाया जाता है। कश्मीर में कुलगाम क्षेत्र के कारीगरों द्वारा निर्मित, यह भांड नाट्यशैली का एक महत्वपूर्ण संगीत वाद्य यंत्र है। सुरनाई को गेहूँ की घास की पत्ती के साथ दाँतों के बीच रखा जाता है और इस तरह से इसे बजाकर और अटकाव पर उंगलियाँ रखकर संगीत के सुरों को उत्पन्न किया जाता है।