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शहनाई

Type: सुषिर वाद्य

शहनाई लकड़ी और धातु से निर्मित एक वायु वाद्य यंत्र है। यह धार्मिक वाद्य यंत्र उत्तर भारत के विभिन्न हिस्सों में पाया जाता है। यह एक शुभ वाद्य यंत्र माना जाता है और सामाजिक और धार्मिक समारोहों में बजाया जाता है। इसे उत्तर भारतीय संगीत कार्यक्रम में भी उपयोग किया जाता है।



उत्तर भारत में शहनाई

Material: लकड़ी, धातु

उत्तर भारत की एक प्रधान वायु नली। फूँकने वाले छोर के निकट संकीर्ण होती लकड़ी की नली जो दूसरे छोर पर उत्तरोत्तर चौड़ी होती जाती है जिसमें धातु की घंटी स्थित की जाती है, जिसे प्याला भी कहा जाता है। इसमें सात अंगुल छिद्र होते हैं। इसे दो कंपिकाओं से फूँका जाता है जो इस वाद्य यंत्र का प्रमुख अंग है। बिना छिद्र के एक समान दिखने वाले वाद्य यंत्र के माध्यम से लगातार ड्रोन पेश किया जाता है। नक्कारा और दुक्कड़, संगत के लिए बजाए जाने वाले ताल वाद्य यंत्र हैं। एक शुभ वाद्य यंत्र माना जाता है और सामाजिक और धार्मिक समारोहों में बजाया जाता है। उत्तर भारतीय संगीत कार्यक्रम में भी इसे उपयोग में लाया जाता है।

सिक्किम में शहनाई

Material: लकड़ी, धातु

सहनाई या शहनाई भी पंचई बाजा का एक हिस्सा है। सहनाई धातु से बनी होती है और मुँह से हवा फूँक कर बजाई जाती है।