Domain:सामाजिक प्रथाएँ, अनुष्ठान एवं उत्सवी कार्यक्रम
State: मणिपुर
Description:
संकीर्तन मणिपुरी उपासना की कलात्मक अभिव्यक्ति है। यह मणिपुर के हिंदुओं के बीच, और असम के क्षेत्र में भी और अन्य स्थानों में जहाँ मणिपुरी बसे हुए हैं वहाँ प्रचलित है। मणिपुरियों के लिए, संकीर्तन भगवान का दृश्यमान रूप है। पवित्र अनुष्ठानों और समारोहों की रूपरेखा के भीतर बुनी गई इस कला में कथा गायन और नृत्य सम्मिलित हैं। यह हमेशा एक आंगन में बने या एक मंदिर से जुड़े मंडप (हॉल) के अंदर एक मंडल (गोलाकार क्षेत्र) में प्रदर्शित किया जाता है। इससे जुड़े अनुष्ठान और औपचारिकताएँ सख्त हैं और, दर्शकों तक को निर्धारित नियमों के अनुसार बैठाया जाता है। इसमें ढोल और झांझ जैसे संगीत वाद्ययंत्र प्रयोग किये जाते हैं। कलाकार इन वाद्ययंत्रों को बजाते हैं और साथ में नृत्य करते हैं। एक कलाकार अपना जीवनकाल केवल एक ही पहलु में विशेषज्ञता प्राप्त करने में निकाल देता है।