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सोंभू मित्रा, भारतीय नाट्यकला के अगुआ - भाग द्वितीय

Domain:प्रदर्शन कला

State: पश्चिम बंगाल

Description:

यह वीडियो नाट्यकला अभिनेता, निर्देशक और नाटककार सोंभु मित्रा (1915-1997) पर प्रलेखन है। वे बंगाली नाट्यकला के एक प्रमुख प्रदर्शक माने जाते हैं। उन्होंने 1948 में कोलकाता में भोरूपी थियेटर समूह की स्थापना की। यह फ़िल्म, अभिनेता और अन्य थियेटर और फिल्मी शख्सियतों जैसे मृणाल सेन, खालेद चौधुरी, तपश सेन, रूद्रप्रसाद सेन गुप्ता, हबीब तनवीर, मोहन अगाशे, दीना पाठक, वासु भट्टाचार्य और श्रीराम लागू के साथ साक्षात्कारों के माध्यम से, उनकी कुछ उत्कृष्ट कृतियों जैसे नाटक रक्त कराबी (1954), पुतुल खेला (1958), कंचनगंगा (1961), पर दृष्टि डालती है। उनके कुछ नाटकों, जैसे रक्त कराबी (1954) और राजा ओडिपस की ऑडियो और वीडियो रिकॉर्डिंग, को भी फ़िल्म में, उन्हीं की एक फ़िल्म जागते रहो (1956) के एक दृश्य के साथ, प्रस्तुत किया गया है। उनकी व्यंग्यात्मक रचना चाँदबनिकेर पाला को केंद्र में रख कर नाट्य लेखक के रूप में उनके साहित्यिक कौशल को प्रकाशित किया गया है। उनके अधिकांश कार्य गहन हास्य से भरपूर सामाजिक व्यंग्य एवं अर्ध-हास्यास्पद नाटक थे।