Domain:प्रदर्शन कला
State: पश्चिम बंगाल
Description:
वीडियो बंगाल के एक प्राचीन लोक नृत्य, नटुआ का प्रलेखन है। फ़िल्म पुरुलिया की है और इसमें कलाकारों और शोधकर्ताओं के साथ साक्षात्कार शामिल हैं। यह मुख्य रूप से दो नटुआ कलाकारों, बलरामपुर थाने के हरिराम कालिंदी और कोनपुरा गाँव के गुणधर साहिस के जीवन और व्यवसाय पर केंद्रित है। नटुआ परंपरा आमतौर पर एक पीढ़ी से दूसरी पीढ़ी को सौंपी जाती है। नटुआ की उत्पत्ति के कई सूत्रों का पता लगाया गया है। एक मूल कहानी इसे नटराज या भगवान शिव के नृत्य से जोड़ती है जबकि दूसरी भगवान शिव के विवाह से संबंधित है, जैसा कि ब्रह्मवैवर्त पुराण में उल्लिखित है। नटुआ का एक और रूप, संताली नटुआ नृत्य है, जो विवाह के दौरान ग्राम वासियों द्वारा स्वागत नृत्य के रूप में किया जाता है। यद्यपि नटुआ शब्द में 'नट' या 'नाटक' होता है, परन्तु लोक नृत्य में नाटक का कोई तत्व नहीं है। यह विभिन्न प्रकार के अलग-अलग प्रदर्शनों को जोड़ती है, जो शारीरिक स्वस्थता, बल, कलाबाज़ी और व्यायाम दर्शाते हैं।