Domain:प्रदर्शन कला
State: तमिलनाडु
Description:
वीडियो केपी किट्टपा पिल्लई (१९१३-१९९९) की उपलब्धियों का संगीत नाटक अकादमी के एक प्रलेखन का अंश है और इसमें सुधारानी रघुपति द्वारा तमिल में आयोजित महान उस्ताद के साथ एक साक्षात्कार भी सम्मिलित है। साक्षात्कार में किट्टप्पा अपने परिवार की ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और भरतनाट्यम के विकास में उनके योगदान को बताते हैं। फ़िल्म में संगीत नाटक अकादमी के अभिलेखागार से विषय-वस्तु भी सम्मिलित है। गुरु किट्टप्पा श्रद्धेय तंजावुर चतुष्टय परिवार के पांचवीं पीढ़ी के वंशज थे। तंजावुर चतुष्टय या तंजोर चतुष्टय में चार भाई चिन्नय्या, पोन्नय्या, शिवानंदम और वदिवेलु सम्मिलित थे, जिन्हें भरतनाट्यम और कर्नाटक संगीत के विकास का श्रेय दिया जाता है। उनके योगदान में भरतनाट्यम की कला में अदावु (मूल कदम) और मार्गम (भरतनाट्यम समरोह प्रारूप) का संहिताकरण सम्मिलित है। गुरु किट्टप्पा ने भरतनाट्यम की शिक्षा, रचना और संचालन की पारिवारिक परंपरा को बनाए रखा तथा विकसित किया।