Domain:मौखिक परंपराएँ और अभिव्यक्तियाँ
State: पश्चिम बंगाल
Description:
"बंगाल के बाउल या फ़कीर संगीत, तत्त्व-ज्ञान, और प्रदर्शन के संलाप का अनुसरण करते हैं। बाउल, वर्ग, जाति, धर्म को नहीं मानते हैं और प्रायः संगीत के साथ अपनी दिव्यता और आध्यात्मिकता द्वारा समाज के मानदंडों की उपेक्षा करते हैं। अनेक बाउल-गानों का संगीत के अन्य रूपों पर गहरा प्रभाव पड़ा है। भटियाली संगीत बाउल संगीत के साथ घनिष्ठ रूप से जुड़ा हुआ है जिसकी लय ने कई शास्त्रीय संगीतकारों का दिल जीता है। शास्त्रीय संगीतकारों ने अपने आशुरचनाओं में एकतारा या दोतारा स्वरों को प्रस्तुत किया है। रबिंद्रनाथ टैगोर ने बाउल उस्ताद, ललन फ़कीर के कुछ गीतों, तत्त्व-ज्ञान और संगीत का अपने अनेक गीतों में उपयोग किया है। हाल ही में, बाउल गीतों को फ़्यूशन बैंडों या प्रयोगात्मक संगीत के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।"